आप वश फिल्म की कहानी को पढ़कर बिल्कुल थरथरा ही जाएंगे। 10 फरवरी 2023 को रिलीज हुई Vash Movie एक भारतीय गुजराती भाषा की अलौकिक हॉरर थ्रिलर फिल्म है। इस फिल्म को भारतीय गुजराती भाषा में फिल्माया गया था। IMDB पर Gujarati Film Vash की रेटिंग 10 में से 8.3 है। वश फिल्म की कहानी काफी जबरदस्त और डरावनी है। यह फिल्म कृष्णदेव याग्निक के निर्देशन में बनी है।
What is the story of Vash movie in Hindi? Vash Movie की क्या कहानी है?
कहानी की शुरुआत होती है एक मरे हुए चूहे से। जिसको एक व्यक्ति देखता है और उसके पास आकर उस चूहे को एक पॉलिथीन में रखकर लेकर चला जाता है। अब यह आदमी उस चूहे को क्या करेगा, यह सस्पेंस पूरी मूवी में बना रहता है।
उसके बाद एक आर्या नाम की लड़की को दिखाया जाता है जो एक कार में अपने पिता अथर्व के साथ में बैठी होती है। वह अपने पिता से अपने दोस्तों के साथ में किसी ट्रिप पर जाने के लिए जिद कर रही होती है। आर्या के पिता उसे ट्रिप पर जाने के लिए मना करते हैं और वह अपनी पूरी फैमिली के साथ टाइम स्पेंड करने के लिए कहते हैं।
उसके बाद आर्या अपने पिता से अपने दोस्तों के साथ ट्रिप पर जाने की जिद करने लगती है। रात को डिनर का समय हो जाता है और उस समय अथर्व उसको ट्रिप पर जाने की परमिशन दे देता है लेकिन वह एक शर्त रखता है कि वह उसे अपनी लाइव लोकेशन भेजते रहेगी।
उनकी फैमिली में केवल चार लोग ही होते हैं। आर्या, छोटा भाई अंश और आर्या के मां-बाप वीणा और अथर्व। उसके बाद सभी एक कार में बैठकर फार्म हाउस जाते होते हैं। रास्ते में वे लोग एक होटल पर खाना खाने के लिए रुकते हैं। खाना खाने के दौरान आर्या के प्लेट में पराठा रखा होता है जिसे आर्या उठाकर देखती है जो काफी ऑयली होता है और वह उसे खाने से मना कर देती है।
उसके बाद सभी को चाय पीने का मन होता है। चाय पीने के लिए अथर्व टोकन लेने के लिए शॉपकीपर के पास जाता है लेकिन उसके पास छुट्टे पैसे नहीं होते हैं। उसके बाद वहां पर एक आदमी आता है जो अथर्व को छुट्टे पैसे दे देता है। जिसके बाद सभी लोग चाय पीने के लिए एक साथ बैठते ही होते हैं तभी जिसने अथर्व को चेंज दिया था वह भी उन्ही लोगों के पास में उनके साथ बैठ जाता है।
धीरे-धीरे सभी में बातें होना शुरू हो जाती है, तभी वह आदमी जिसने अथर्व को चेंज दिया था वह आर्या से पूछता है कि वह खाना क्यों नहीं खा रही है। फिर वह उसे बताती है कि वह पराठा काफी ऑयली है इसलिए वह नहीं खा रही है। बातचीत होते-होते फिर वह आदमी, आर्या को पराठे खाने के लिए कहता है। और उसे शुगर के दो दाने खाने के लिए देता है जिसे वह खा लेती है।
शुगर के दोनों दाने खाने के बाद फिर वह आदमी आर्या से पराठे खाने के लिए कहता है। इसके बाद आर्या धीरे-धीरे करके वह पूरा पराठा खा लेती है। उसके मां-बाप यही सोचते हैं कि अभी तक यह उसे नहीं खा रही थी फिर इसे क्या हुआ कि एक आदमी ने इसे खाने के लिए कहा और वह पूरा पराठा खा गई।
फिर सभी लोग खाना खाकर उठकर जाने लगते हैं तभी अथर्व ने उस व्यक्ति से उसका नाम पूछा, उसने अपना नाम प्रताप बताया।उसके बाद सभी फार्म हाउस पर पहुंच कर स्विमिंग पूल में एंजॉय कर रहे होते हैं। तभी वीणा की नजर फार्म हाउस के बाहर खड़े उस व्यक्ति प्रताप पर जाती है।
जिसको देखकर वह अथर्व को इसके बारे में बताती है और अथर्व प्रताप के पास जाकर पूछता है और वह अथर्व से बताता है कि उसका फार्म हाउस भी पास में ही है लेकिन उसके फोन में नेटवर्क नहीं आ रहा है और कार भी खराब हो गई है। जिससे वह अपनी बेटी को कॉल करना चाहता है।
इतना सुनकर अथर्व उस व्यक्ति को अंदर आने के लिए कहता है जहां पर अथर्व कपड़े चेंज करने के लिए चला जाता है जबकि वीणा उसके लिए कॉफ़ी बनाने के लिए अंदर चली जाती है। दोनों के वहां से चले जाने के बाद प्रताप को, आर्या पर नजर रखते दिखाया जाता है। कुछ देर बाद अथर्व वापस आकर प्रताप के द्वारा बताए गए नंबर पर कॉल करता है।
कनेक्शन इशू के चलते उसकी कॉल कनेक्ट नहीं हो पाती है। उसके बाद अथर्व किसी काम के लिए ऊपर चला जाता है तभी वहां पर आर्या आकर पहुंच जाती है।प्रताप आर्या से एक-एक कर क्वेश्चन पूछता है और वह उसे सब कुछ बताती चली जाती है। वह उसे अपने बॉयफ्रेंड के बारे में भी बताती है।
तभी बाहर खेल रहे अंश की बॉल आर्या को बार-बार लगाती रहती है। तभी प्रताप बोलता है कि वह जाकर अंश को एक थप्पड़ मार दे और वह उठकर अंश को एक जोरदार थप्पड़ जड़ देती है फिर उसे अफसोस होता है कि वह उसकी बात क्यों मान रही है। यह सब सुनकर उसके माता-पिता दौड़कर आते हैं और आर्या को ऐसा करने के लिए डांटने लगते हैं।
उसके बाद सभी को डिनर टेबल पर बैठे हुए दिखाया जाता है। प्रताप अभी भी वहां पर मौजूद होता है और वह आर्या से जो-जो करने के लिए कहता है वह वैसा-वैसा करती रहती है। सोचने वाली बात यह है कि जो लड़की अपने मां-बाप की बात तक नहीं मानती थी आज वह किसी अनजान व्यक्ति की बात इस तरह से क्यों मान रही थी। अथर्व और वीणा दोनों लोग प्रताप की बातों को सुनकर काफी परेशान होने लगे हैं।
इसके बाद अथर्व प्रताप को घर से बाहर जाने के लिए कहता है। पर वह इस बात को मना करता है, वह कहता है कि वह इस घर से नहीं जाएगा। फिर अथर्व, प्रताप को घर से निकालने के लिए धक्का देने लगता है। फिर प्रताप के कहने पर आर्या अपने पिता अथर्व से लड़ने लगती है और अपनी मां से भी काफी बदतमीजी करने लगती है। वह अपने मां-बाप को प्रताप से दूर रहने के लिए कहती है।
घर का माहौल काफी बिगड़ चुका था। आर्या के मां-बाप उसके ऐसे बर्ताव से काफी परेशान हो गए। वे सोच रहे थे कि प्रताप ने आर्या पर ऐसा कौन सा जादू कर दिया कि वह उसके लिए हमसे लड़ रही है और वह उसकी ही बात केवल मान रही है। तभी प्रताप उसे चाय की पत्ती खाने के लिए कहता है और वह खाने लगती है।
उसके बाद वह उसे एक साथ रोने और हंसने के लिए कहता है जबकि वह ना चाहते हुए भी ऐसा करने लगती है। फिर वह उसे अपने पिता अथर्व को एक जोरदार थप्पड़ मारने के लिए कहता है। उसके कहने पर वह अपने पिता को जोरदार थप्पड़ जड़ देती है। वीणा समझ चुकी थी कि प्रताप ने उस पर वशीकरण कर दिया है और वह पूरी तरह से प्रताप के वश में हो चुकी है।
उसके बाद वह उस घर के सभी फोंस को तोड़ने के लिए कहता है, इसके बाद वह सभी फोन को तोड़ देती है। वह जैसा-जैसा कहता है आर्या वैसा-वैसा करती है। उसके मां-बाप उससे आर्या को सही करने के लिए कहते हैं लेकिन वह कहता है कि वह उसे नहीं छोड़ेगा। वह कहता है कि वह आर्या को अपने साथ ले जाना चाहता है।
इसके बाद प्रताप, आर्या से अपने पैर दबाने के लिए कहता है। इस पर आर्या के माता-पिता उसे हाथ जोड़कर ऐसा न करने के लिए कहते हैं। उसके मां-बाप रो रहे होते हैं इस पर प्रताप, आर्या को स्माइल करने के लिए कहता है। इसी बीच उसका छोटा भाई अंश वहां पर आ जाता है और उसे वहां से खींच कर उसके मां-बाप उसे अपने पास बैठा लेते हैं।
तभी वह उसका पैर दबाना बंद कर देती है जिसके बाद प्रताप, आर्या को तेजी से एक लात मार देता है और वह कहता है कि वह उसका पैर दबाना बंद क्यों कर दी। इस पर गुस्सा होकर आर्या के पिता, प्रताप को मारने लगते हैं, तभी आर्या, प्रताप के कहने पर फिर अपने पिता के सामने आकर उनसे लड़ने लग जाती है।
वह प्रताप को बचाने के लिए अपने भाई का सिर भी फोड़ देती है। अंश को सिर में काफी गहरी चोट आई होती है, जिसे अस्पताल ले जाने की जरूरत होती है। तभी एक बंद पड़ा मोबाइल अथर्व को मिलता है जिसे वह चार्जिंग पर लगा देता है। इसके बाद वीणा, अंश को अस्पताल ले जाना चाहती है और वह प्रताप से इसके लिए हां करने के लिए कहती है लेकिन प्रताप को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
वह बार-बार प्रताप के सामने जाकर उसे हां करने के लिए कहती है। इस पर प्रताप आर्या को कहता है कि वह चाकू ले-ले और जैसे ही उसके करीब कोई आए वह उसे जान से मार दे। तभी अथर्व वहां पर आ जाता है और उसे ऐसा न करने के लिए कहता है। तब प्रताप उसे कहता है कि तुम मेरे आगे नाक रगड़ो और मुझसे माफी मांगो और वह उसके सामने नायक रगड़ने लगता है l फिर भी प्रताप को कोई असर नहीं होता है।
फिर उसके बाद प्रताप, आर्या को डांस करने के लिए कहता है और वह तब तक डांस करती रहती है जब तक की स्पीकर डिस्चार्ज नहीं हो जाता। आर्या को डांस के बाद काफी तेज प्यास लगती है जिस पर दौड़कर उसकी मां उसे पानी से भरा एक गिलास उसको लाकर देती है लेकिन वह उसे पानी पीने के लिए मना कर देता है और वह चाहकर भी पानी नहीं पी पाती है।
फिर प्रताप कहता है कि मैं सोने जा रहा हूं अगर कोई मेरे पास आएगा तो तुम उसे मार देना। उसके बाद आर्या उसकी रखवाली के लिए उसके पास चाकू लेकर खड़ी हो जाती है। इस बात को जानकर अथर्व उसे मारने के लिए जाता है तभी वह अपनी बेटी की इस तरह हालात देखकर वहां से चला जाता है।
आर्या की हालत बहुत खराब हो चुकी होती है और उसे कपड़े बदलने की जरूरत होती है। तभी वह कहता है कि वह उसके सामने ही कपड़े चेंज करेगी। ऐसा सुनते ही उसकी मां उसके सामने ऐसा न करने के लिए हाथ जोड़कर कहने लगती है। उसके बाद प्रताप, आर्या से कहता है कि वह अपने छोटे भाई अंश को जान से मार दे।
और वह कहता है कि तुम्हारे पास केवल 5 मिनट है अपने बेटे को बचाने के लिए। तुम अपने बेटे को कहीं भी छुपा दो। उसके बाद आर्या अपने छोटे भाई को मारने के लिए किसी शिकारी की तरह ढूंढने लगती है। अंश के मां-बाप अंश को एक रूम में लॉक करके उसकी चाबी फेंक देते हैं।
तभी आर्या उस रूम का दरवाजा खोलने की कोशिश करने लग जाती है। किसी तरह से दरवाजा खोलने के बाद अंश उसे वहां नहीं मिलता है l फिर वह उसे इधर-उधर ढूंढने लगती है। काफी देर तक परेशान होने के बाद वह उसे मिल जाता है। मिलने के बाद वह उसे मारने के लिए दौड़ती है तभी उसके माता-पिता बीच में आ जाते हैं और वह अपने माता-पिता को भी घायल कर देती है।
उसका भाई अंश काफी डर गया था और वह छत पर दौड़कर जाने लगता है। उसके पीछे वह भी उसे मारने के लिए जाने लग जाती है। छत पर पहुंचने के बाद वह उसे छत से नीचे धक्का दे देती है। लेकिन अभी भी अंश की सांसे चल रही थी और यह सब देखकर उसके माता-पिता फिर से एक बार प्रताप से उसे अस्पताल ले जाने के लिए हां करने के लिए कहते हैं।
और फिर वह उन दोनों से यही कहता है कि वह अपनी मर्जी से आर्या को उसके साथ जाने के लिए कहे। यह सब परेशानी देखते हुए, वे प्रताप के साथ आर्या को जाने के लिए हां कर देते हैं। अब एक तरफ उसकी मां अंश को अस्पताल के लिए कार से ले जाती है, दूसरी तरफ आर्या के पिता आर्या के पीछे-पीछे जाने लगते हैं जहां प्रताप उसे ले जा रहा होता है।
आर्या के फोन की लाइव लोकेशन ऑन होती है जिसके द्वारा उसके पिता उसके पीछे-पीछे जाने लगते हैं। प्रताप उसे अपने घर लेकर आता है जहां पर उसकी जैसे बहुत सारी लड़कियां उसके वशीकरण में कैद होती हैं। कुछ समय बाद अथर्व उसकी लाइव लोकेशन के जरिए वहां पर पहुंच जाता है।
प्रताप जानता था कि अथर्व, आर्या को ढूंढते ढूंढते वहां जरूर आएगा। उसने अपनी पूरी फोर्स तैनात कर रखी थी। जैसे ही अथर्व वहां पर पहुंचता है उस पर सभी लड़कियां हमला कर देती हैं और उसे घायल कर देती हैं। उसके बाद प्रताप, अथर्व को अपने बारे में सब कुछ बताने लगता है।
तभी वह जोर से उठकर कैंची के दोनों सिरों को अपनी बेटी के कान में घुसेड़ देता है। जिससे वह कुछ सुन नहीं पाती है। प्रताप कुछ भी उससे कहता है तो वह सुन नहीं पाती है जिससे उसका वशीकरण काम नहीं कर पाता और इसके बाद अथर्व, प्रताप पर हमला कर उसकी जीभ काट देता है। प्रताप का वशीकरण अब किसी काम का नहीं रह जाता।
फिर फिल्म की शुरुआत में जो सीन दिखाया गया था कि एक व्यक्ति मरे हुए चूहे को एक पॉलिथीन में रखकर ले जाता है वह आदमी कोई और नहीं बल्कि अथर्व ही होता है। अब वह प्रताप को कैद करके उसकी जिंदगी नर्क बना देता है। वह प्रताप से अपना बदला लेने के लिए यह सब करता है। अथर्व की बेटी आर्या पर जो वशीकरण हुआ था वह इतना स्ट्रांग था कि वह घर में एक जिंदा लाश की तरह पड़ी रहती थी।
उधर अंश और उसकी मां वीणा अस्पताल जाते हुए एक एक्सीडेंट के चलते दोनों की मौत हो गई थी। उसके बाद अथर्व यह सब हादसा देखकर और अपनी बेटी की इस तरह से हालत देखकर पूरी तरह से टूट चुका था। इसी के साथ इस कहानी का अंत हो जाता है।
क्या Vash गुजराती फिल्म है?
हाँ, Vash एक गुजराती फिल्म है l
Vash Movie कब रिलीज हुई थी?
10 फरवरी 2023 को रिलीज हुई Vash Movie एक भारतीय गुजराती भाषा की अलौकिक हॉरर थ्रिलर फिल्म है।
क्या Vash एक Horror फिल्म है?
Vash Movie एक भारतीय गुजराती भाषा की अलौकिक हॉरर थ्रिलर फिल्म है। IMDB पर Gujarati Film Vash की रेटिंग 10 में से 8.3 है। वश फिल्म की कहानी काफी जबरदस्त और डरावनी है। यह फिल्म कृष्णदेव याग्निक के निर्देशन में बनी है।
क्या वश फिल्म देखने लायक है?
यह एक भारतीय गुजराती भाषा की अलौकिक हॉरर थ्रिलर फिल्म है। अगर आप अलौकिक हॉरर फिल्म के प्रशंसक हैं या आप रोमांचक फिल्म अनुभव की तलाश कर रहें हैं तो आप यह फिल्म देख सकते हैं।
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